Take Screenshot, Crop & Share image with Friends & Familyघर जमाई: आज से मैं रोटी
घर जमाई: आज से मैं रोटी नहीं, चावल ही खाऊंगा . सास: क्यो? . घर जमाई: मोहल्ले वालों के तानो से थक गया हूँ कि मैं ससुराल में मुफ़्त की रोटी तोड़ता हूँ
/99Chutkule
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